Sunday, July 25, 2010

MERI YAADE..................


  • न वो आ सके न हम कभी जा सके!
    न दर्द दिल का किसी को सुना सके!
    बस बैठे है यादों में उनकी!
    न उन्होंने याद किया और न हम उनको भुला सके!
  • बड़ी कोशिश के बाद उन्हें भूला दिया!
    उनकी यादों को दिल से मिटा दिया!
    एक दिन फिर उनका पैगाम आया लिखा था मुझे भूल जाओ!
    और मुझे भूला हुआ हर लम्हा याद दिला दिया!
  • बड़ी मुश्किल में हूँ!
    मैं कैसे इज़हार करू!
    तुम तो खुशबु हो!
    तुमको कैसे कैद करू!
  • माना की तुम जीते हो ज़माने के लिये!
    एक बार जी के तो देखो हमारे लिये!
    दिल की क्या औकात आपके सामने!
    हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिये!
  • मोहब्बत में लाखों ज़ख्म खाए हमने!
    अफ़सोस उन्हें हम पर ऐतबार नहीं!
    मत पूछो क्या गुजरती है दिल पर!
    जब वो कहते है हमें तुमसे प्यार नहीं!
  • कल फुर्सत न मिली तो क्या होगा!
    इतनी मोहलत न मिली तो क्या होगा!
    रोज़ कहते हो कल मिलेंगे, कल मिलेंगे!
    कल मेरी आँखे न खुली तो क्या होगा!
  • वो करीब ही न आये तो इज़हार क्या करते!
    खुद बने निशाना तो शिकार क्या करते!
    मर गए पर खुली रखी आँखें!
    इससे ज्यादा किसी का इंतजार क्या करते!
  • जो हमारा प्यार है!
    उन्हें किसी और से प्यार है!
    बस हार गए हम यह जानकर!
    कि जिससे उन्हें प्यार है, वो हमारा यार है!
  • यह सफ़र दोस्ती का कभी ख़त्म न होगा!
    दोस्तों से प्यार कभी कम न होगा!
    दूर रहकर भी जब रहेगी महक इसकी!
    हमें कभी बिछड़ने का ग़म न होगा!
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